महसा अमीनी (कुर्दी: Mehsa Emînî, #مەھسا ئەمینی#, फ़ारसी: #مهسا امینی#) या ज़ीना/झ़ीना अमीनी (कुर्दी: Jîna Emînî, ژینا) एक ईरानी औरत थी जिसकी मौत ईरानी पुलिस हिरासत में शकी हालातों में हुई, सम्भावी तौर पर हिजाब न पहने पर उसका बेरहमी से क़त्ल किया गया था। अमीनी को पुलिस की मार्गदर्शन शाख़ (नैतिकता पुलिस) द्वारा गिरफ़तार की गई। ईरानी पुलिस की इस शाख़ आम तौर पर हिजाब नियमों के सार्वजनिक लागूकरण की निगरानी करती है। पुलिस की यह शाख़ के मुताबिक़ महसा के हिजाब ने सरकारी मापण्डों का उल्लंघन किया। लेकिन उसकी मौत के सम्बन्ध में पुलिस ने कहा कि उसे दिल का दौरा पड़ा था और दो दिन कोमा में रहने के उपरान्त उसकी मौत हो गई। चश्मदीद गवाहों के मुताबिक़ उसके साथ मारपीट की गई और उसके सिर पुलिस की गाड़ी पर मारा गया। उसके मेडिकल स्कैन के मुताबिक़ उसके दिमाग़ी नकसीर और आघात हुए, जो चश्मदीद गवाहों के हिसाब की पुष्टि करती है। दुनिया भर में बहुत सारे लोगों ने अमीनी की मौत पर प्रतिक्रिया दी और कुछ ख़बर स्रोतों के मुताबिक़ उसकी मौत ईरान के इस्लामी गणतन्त्र में औरतों के साथ दुर्व्यवहार और हिंसा का प्रतीक बन गई है।
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